जिले के कृषकों को आसानी से ऋण मिले वे उन्नति करें और जिले में विकास की गंगा बहे इस चंहुमूखी विकास की कल्पना के साथ श्री निमाड़ जिला सहकारी केन्द्रीय अधिकोष, खण्डवा के नाम से इस संस्था की स्थापना 26 नवम्बर 1911 को हुई थी । स्व. श्री बाबू प्यारेलालजी गांगुली, अध्यक्ष स्व. श्री बाबू हरीदासजी चटर्जी, उपाध्यक्ष, स्व. श्री रावसाहब गोपालरावजी कानूनगो, मानसेवी सचिव एवं स्व. श्री त्रम्बकरावजी करोडे, मानसेवी संयुक्त सचिव के पद पर प्रथमतः पदस्थ हुए थे । 1911 में मात्र रू0 6150.00 की हिस्सा पूंजी तथा 19 कृषि साख संस्थाओं के माध्यम से इस संस्था ने कार्य आरंभ किया । जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, खण्डवा ने 26 नवम्बर 2011 को अपने स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं, यह निष्चित ही सहकारिता के लिए हर्ष और गौरव की बात है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, खण्डवा खण्डवा एवं बुरहानपुर दोनों जिलों में कार्यरत् है। बैंक की खण्डवा जिले में 19 शाखाऐं एवं बुरहानपुर जिले में 15 शाखाऐं कार्यरत हैं । खण्डवा जिले में कार्यरत् 19 शाखाओं के अंतर्गत 107 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां कार्यरत हैं जो अपने अधीन ग्रामीण क्षेत्रों में 309 उचित मूल्य दुकानों का संचालन करती हैं। इसी प्रकार बुरहानपुर जिले में कार्यरत् 15 शाखाओं के अंतर्गत 52 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां कार्यरत हैं जो अपने अधीन ग्रामीण क्षेत्रों में 162 उचित मूल्य दुकानों का संचालन करती हैं। बैंक की समस्त 34 शाखाऐं सीबीएस प्रणाली पर कार्यरत हैं। सीमित संसाधनों एवं क्षेत्र की चुनौतियों के बावजूद भी जिला सहकारी बैंक ने जो मुकाम हासिल किया है वह इस बैंक से जुडे किसानों एवं अमानतदारों के विष्वास तथा बैंक के संचालन हेतु नियुक्त कुषल नेतृत्व एवं सषक्त मार्गदर्षन में कर्मचारियों की अथक मेहनत का प्रतिफल है । किसानों एवं जन सामान्य के लिए विभिन्न ऋण एवं जमा योजनाओं के माध्यम से सभी वर्गों के लिए यह बैंक सेवारत् है । सर्व जन हिताय के मूलमंत्र को आधार बनाकर संस्था ने जिले के किसानों और गरीबों की जरूरतों को पूरा करने का कार्य आरंभ किया था और इसे सार्थक करते हुए यह बैंक जिले में विकासात्मक कार्य कर रही है ।